मन की शक्ति मानव ,की होती है अपार जिसने इसे संजो लिया, उसका बेड़ा पार। बेड़ा होग मन की शक्ति मानव ,की होती है अपार जिसने इसे संजो लिया, उसका बेड़ा पार। ...
आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शुरुआत हो गयी आँखों ही आँखों में ऐसी बात हो गयी ना तूने जाना ना मैंने समझा और हमारी एक नयी शु...
जहाँ जन्म लिए पुरुषोत्तम राम, वह पावस स्थल अयोध्या धाम! जहाँ पर बह रही है सरयू मैया, जहाँ जन्म लिए पुरुषोत्तम राम, वह पावस स्थल अयोध्या धाम! जहाँ पर बह रही है ...
होली की आग में दहन कर दो अपने सारे अवगुण लोगों मन की पिचकारी में भर होली की आग में दहन कर दो अपने सारे अवगुण लोगों मन की पिचकारी में भर
आज मन की चोट शरीर की चोट से गहरी थी, आज मन की चोट शरीर की चोट से गहरी थी,
मैं जीना सीख गई हूं मैं अपनी कहानी से सन्तुष्ट हूं । मैं जीना सीख गई हूं मैं अपनी कहानी से सन्तुष्ट हूं ।